हरदा। श्री दिगम्बर जैन समाज के सोलहवें तीर्थंकर भगवान १००८ श्री शांतिनाथ स्वामी के जन्म, तप ओर मोक्ष कल्याणक के अवसर पर जैन समाज ने विश्वशांति की कामना के साथ शांतिधारा, हवन पूजन का भव्य संगीतमय आयोजन किया ।
उक्त जानकारी देते हुए जैन समाज के कोषाध्यक्ष राजीव जैन ने बताया कि आज जेष्ठ कृष्ण तेरस को भगवान श्री शांतिनाथ स्वामी के तीन कल्याण होने पर मंदिरजी में हर्षोल्लास से विश्वशांति की कामना करते हुए प्रात:काल भगवान के अभिषेक, शांतिधारा, पूजन ओर २१ हजार मंत्रों से हवन किया गया । संध्या के समय भव्य संगीतमय आरती की गई । रात्रि में णमोकार महामंत्र पाठ एवं भजन आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कल सोमवार को भगवान शांतिनाथ भगवान का जन्म व तप व मोक्ष कल्याणक महोत्सव दिवस पर मंगलाष्टक, अभिषेक ओर शांतिधारा 108 कलशों से रिद्वी-सिद्वि मंत्रों के साथ किया जावेगा। तत्पश्चात पश्चात पूजन व निर्वाण लाडू चढ़ाया जावेगा।

जैन समाज के अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान शांतिनाथ स्वामी के त्रय कल्याणक का नगर में विशेष महत्व है क्योंकि नगर के दिगम्बर जैन मंदिर में नर्मदा नदी नेमावर से स्वप्न देकर दो सौ वर्ष पूर्व स्वयं प्रगट हुई चतुर्थ कालीन भगवान शांतिनाथ कि प्रतिमा मूलनायक के रूप में विराजमान है । नगर के जैन बंधुओं कि भगवान शांतिनाथ स्वामी पर विशेष आस्था है इसलिए भगवान के त्रय कल्याणक को लेकर समाज में हर्ष का वातावरण है। समाज के नवयुवकों के द्वारा पूर्ण मनोयोग से आयोजन को भव्यता प्रदान कि गई है।
आयोजन में विशेष रूप से रूपेश गंगवाल, वैभव रपरिया, अंकित सिंघई, अनुराग रपरिया, गौरव बाकलीवाल, अभिषेक रपरिया, महेंद्र पाटनी, वैभव समैया, सिद्धांत पाटनी, संजय पाटनी, अर्पित लहरी, ऋषभ रपरिया, सौरभ सिंघई, सपन बजाज हर्षित मनोज जैन के द्वारा अपनी सहभागिता दर्ज कि गई ।













