राजस्व कार्य में लापरवाही बरतने पर पांच-पांच दिवस का वेतन कटा
तहसीलदार प्रतिवेदन के आधार पर पटवारीयों पर हुई कार्रवाई
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
भोपाल। गर्मी का मौसम ओर सैकड़ों कार्यों में उलझे पटवारीयों पर अधिकारियों द्वारा मनमानी करते हुए प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं रखी जा रही है । मानवता भूल चुके अधिकारी भीषण गर्मी में सीमांकन सहित किसानों ओर विभाग के नामांतरण, बटवारा, अनलिंक्ड खसरा, अनलिंक्ड नक्शा, शाब्दिक सर्वेक्षण, डाटा परिमार्जन, ग्राउंड टूथिंग आर ओ आर एंट्री अभिलेख दुरुस्ती सीएम हेल्पलाइन, इत्यादि कार्य लगातार कर रहे पटवारियों की एकाधी कार्य में निर्धारित प्रतिशत में कमी पर वेतन रोक कर प्रताड़ित करने को तैयार बैठे है ।
अंग्रेजी मानसिकता से ग्रसित कुछ अधिकारियों द्वारा अपने आप को कलेक्टर की नजर में अव्वल बताने के प्रयास करते हुए भीषण गर्मी में फिल्ड पर काम करने वाले पटवारियों का पांच पांच दिनों का वेतन काट दिया है । भिंड जिले में जहां कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के द्वारा प्रतिदिन विभिन्न राजस्व अटरीब्यूट्स पर वीसी के माध्यम से समीक्षा की जा रही है। ताकि राजस्व कार्यों की गति प्रदान की जा सके एवं नागरिकों को राजस्व समस्याओं से निजात जलाई जा सके। जो कि ऊचित भी है तो वहीं इसी क्रम में एसडीएम लहार के द्वारा भी तहसीलदार प्रकरणों की समीक्षा एवं विभिन्न राजस्व कार्यों में उनकी समीक्षा की जा रही है एवं उसी पटवारीयों की बैठकों से लेकर विभिन्न स्तरों पर राजस्व कार्यों को गति प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस क्रम में अपने आप को बचाने एसडीएम को तहसीलदार मेंहोना ने शिकायत कर बताया कि पटवारीयों के द्वारा राजस्व कार्यों में लापरवाही बरती गई जिस पर कार्रवाई करते हुए पटवारी विकास कुशवाहा, मुन्ना लाल बाथम, कोक सिंह चौहान एवं अशोक जाटव के विरुद्ध तहसीलदार प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई करते हुए कार्य नहीं तो वेतन नहीं के आधार पर पांच-पांच दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए। ग्रामों के नक्शे की ग्राउंड टूथिंग एवं आर ओ आर एंट्री न करने की वजह से कार्यवाही का आधार बताया गया। निर्देशों के बाद भी पटवारी के द्वारा लगातार लापरवाही बढ़ती जा रही थी जिसके कारण शासन का महत्वपूर्ण कार्य पिछड़ रहा था उसी क्रम में कार्रवाई करते हुए सभी चारों पटवारी का वेतन काटने की कार्यवाही की गई है।
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