MP में काले हिरण के शिकारियों से मुठभेड़, बदमाशों ने की सब इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिसकर्मियों की हत्या
गुना पुलिस का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। इसके बाद शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस घटना में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए गये हैं। पुलिस को दो बोरों में हिरण के दो सिर और चार बॉडी तथा मोर की एक बॉडी घटनास्थल से मिली है। निरीक्षक विनोद सिंह और एसडीओपी बीपी सिंह सुबह ही घटना स्थल पर पहुंच गए थे। एसपी राजीव मिश्रा मौके पर पहुंच गए थे, सर्च अभी भी जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद सिंह भी मौके पर मौजूद हैं।
मंत्री नरोत्तम बोले- ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सीएम शिवराज के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद कहा कि गुना की गोलीबारी में शहीद हुए पुलिस के तीनों अधिकारी/ कर्मचारियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। घटना में 7 शिकारी शामिल थे। उनमें से एक शिकारी क्रास फायरिंग में मारा गया। अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही करेंगे। मध्य प्रदेश की पुलिस मुस्तैदी से जान की बाजी लगाकर कर्तव्य निर्वहन कर रही है। रात्रि में भी पुलिस पेट्रोलिंग नियमित व निरंतर हो रही है, इसीलिए शिकारियों को घेर पाए। उन्होंने कहा कि हमारे परिवार के तीन जांबाज सदस्यों की मौत हो गई। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बचकर जा नहीं सकते। कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सख्त से सख्त कार्रवाई हमलावरों पर की जाएगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए-नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि गुना की घटना दुखद है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वह पुलिस को ही नहीं छोड़ रहे। गुना की घटना के बाद तो गृह मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।