एक दिन चलकर बंद हुई नहर, नदी नालों मे बह रहा नहर का कीमती पानी
आक्रोशित किसान आंदोलन के लिए हो रहे तैयार….
लोकमतचक्र.कॉम।
मसनगांव– जल संसाधन विभाग के द्वारा नहर में पानी वितरण को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है, जिसके कारण टेल क्षेत्र के किसानों को नहर में पानी आने के लिए 14 दिन बाद भी इंतजार करना पड़ रहा है । विभाग द्वारा पूरी क्षमता के साथ एलबीसी में पानी दिया जा रहा है, परंतु वितरण में की जा रही लापरवाही के कारण क्षेत्र की नहरो तक पानी पहुंचना मुश्किल हो रहा है । सोनतलाई सबडिवीजन में झांझरी माइनर से नीचे एक दिन पानी पहुंचा जिसके बाद वापस नहर में पानी आना बंद हो गया । नहर में पानी आते ही किसानों ने अपने खेतों में पलेवा शुरू कर दिया लेकिन 24 घंटे भी नहर पूरी नहीं चली और पानी आना बंद हो गया जिसके कारण आधा अधूरा खेत छोडकर किसान वापस पानी की तलाश मे लग गये है। सोनतलाई तथा रेवापुर सब डिवीजन में अधिकारी दो-तीन दिन में पानी आने की बात कह रहे हैं परंतु विगत 4 दिनों से किसान नहर में पानी आने का इंतजार कर रहे हैं । नहर के पानी वितरण में की जा रही लापरवाही के कारण नहर का कीमती पानी नदी नालों में बह रहा है वहीं पानी के अभाव में नहरे सूखी पड़ी हुई है।
स्थिती खराब होती देख आंदोलन की तैयारी मे किसान
इस वर्ष जल संसाधन विभाग में अधिकारियों की कमी के चलते पानी वितरण में आ रही समस्या को देखते हुए स्थिति खराब होने की स्थिति में क्षेत्र के किसान आंदोलन करने की तैयारी में लगे हुए हैं। ग्राम के किसान गणेश मुकाती, पवन भायरे, राजा पटेल, कमलेश बांके, संतोष मुकाती, वल्लभ मुकाती, वसंत नामदेव, अरविंद भायरे, पवन पाटिल ने बताया कि इस वर्ष जल संसाधन विभाग द्वारा 14 दिन बाद भी टेल क्षेत्र की नहरों में पानी नहीं पहुंचा सका जिसका खामियाजा क्षेत्र के किसानों को भुगतना पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि विभाग द्वारा नहर छूटने के 8 दिन के पश्चात नहरों में पानी पहुंचाने की नियम बनाए गए थे, जो इस बार लागू नहीं हो रहे हैं जिसके कारण किसानों की बोनी पिछड़ रही है ।यदि यही स्थिति रहे तो एक-दो दिन में किसानों के द्वारा सड़क पर उतरकर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
ऊपरी क्षैत्र की छोटी नहर बंद हो तो नीचे उतरे पानी
जल संसाधन विभाग के द्वारा नहर में पानी वितरण को लेकर व्यवस्था बनाई जाती है, जो चार माह तक सुचारू रूप से चलती है लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है जिसके कारण निचले क्षेत्र की नहर 14 दिन बाद भी सुखी पड़ी हुई हैं । विभाग द्वारा ऊपरी क्षैत्र की नहरो को आठ दिन तक लगातार चलाया जाता है इसके वाद उन्हे वंद कर दिया जाता है वह पानी निचले क्षैत्र तक पंहुचता है । लेकिन इस वर्ष इस प्रकार की व्यवस्था न बनाए जाने के कारण पूरा पानी नदी नालों में बह रहा है। (मसनगांव से अनिल दीपावरे की रिपोर्ट)