हरदा (सार्थक जैन)। आज शनिवार को मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर में चातुर्मासरत निर्यापक श्रमण मुनिश्री वीरसागरजी महाराज के दर्शन को पहुँचे। मीडिया प्रभारी पुनीत जैन और राजीव जैन ने बताया कि तोमर ने आयोजन स्थल पर आचार्यश्री विद्यासागरजी और आचार्यश्री समयसागरजी महाराज के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्वलित किया। ट्रस्ट कमेटी के कार्याध्यक्ष सुरेश काला, महामंत्री सुरेंद्र जैन, महेंद्र अजमेरा, राजीव कटनेरा सहित अन्य पदाधिकारियों ने तोमर का स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया। तोमर ने सिद्धोदय में निर्माणाधीन मंदिर और संत निवास का भी अवलोकन किया। नरेंद्र चौधरी और ब्रह्मचारी मुकेश भैयाजी ने मंदिर की विशेषता और निर्माण से जुड़ी बारीकियां तोमर को बताई।
इस अवसर पर तोमर ने कहा कि संतो के मार्गदर्शन से ही भारतीय संस्कृति अक्षुण बनी हुई है। आज मां नर्मदा के पूजन के साथ-साथ संतों के दर्शन करने का भी सौभाय मिला। तोमर ने कहा कि संतों का सानिध्य जीवन का सार है। इनके मार्गदर्शन से ही हमारा लौकिक जीवन धर्मपथ पर अग्रसर होकर सफल होता है। तोमर ने कहा कि मैं सौभायशाली हूं जो अलग-अलग समय मुझे आचार्यश्री के दर्शन और उनके सानिध्य का लाभ मिला।
मुनिश्री वीरसागर जी ने आशीर्वचन स्वरूप कहा कि समाज का नेतृत्व करने वाले राजनीतिक व्यक्ति अगर सही दिशा में चलेंगे तो समाज और देश भी अनुसरण करते हुए सही दिशा में प्रगति करेगा। यदि आपके पास राजनीतिक सामर्थ्य है तो इसका सदुपयोग करते हुए धर्मपथ पर आगे बढ़ें। मुनिश्री ने आचार्यश्री के द्वारा शुरू किए गए हथकरघा, गौशाला जैसे अन्य प्रकल्पों की ओर ध्यान ध्यान आकर्षित करते हुए जीवदया के महत्व को समझाया।
नेमावर पहुंचने से पूर्व कन्नौद में विधायक आशीष शर्मा के नेतृत्व में राजपूत समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं ने तोमर का आत्मीय स्वागत किया। तोमर ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। खातेगांव में बस स्टैंड पर भाजपा मंडल अध्यक्ष कचरू पटेल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। जिसके बाद तोमर ने संदलपुर के दादाजी धाम में अपना मस्तक नवाया और संत अवधूत दादा समर्थ के दर्शन किए और आशीर्वाद प्राप्त किया। नेमावर में मां नर्मदा का पूजन-अर्चन किए। बाबा सिद्धनाथ के दर्शन-अभिषेक किए और शास्त्री जी के आश्रम गए। नगर परिषद अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधी भी तोमर के साथ मौजूद रहे।














