अभद्र, तानाशाह कलेक्टर के खिलाफ पटवारियों ने खोला मोर्चा
कलेक्टर के खिलाफ केन्द्रीय मंत्री को सौंपा ज्ञापन
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
भोपाल । अभद्रता ओर तानाशाही के आरोप लगाते हुए मंडला जिले के पटवारियों ने कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । जिले के समस्त पटवारियों ने रैली निकाल कर धरना प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर डाँ सलोनी सिडाना के खिलाफ सांसद ओर केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि कलेक्टर जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे एक IAS अधिकारी द्वारा अभद्रता ओर बदतमीजी की अपेक्षा अमूमन नहीं कि जा सकती है, ओर जिसमें ऐसा व्यवहार तथा आचरण हो वह कलेक्टर के पद पर शोभा नहीं देता । आइएएस अधिकारियों को जब अधिकारिता का खुमार दिमाग पर चड़़ता है तो ऐसे अवसर उपस्थित होते है ओर वो अधिकारी तानाशाही करते हुए अपने अधिनस्थों को प्रताड़ित करना शुरू कर देता है। ऐसे सभी गंभीर आरोप मंडला कलेक्टर डाँ सलोनी सिडाना पर लगाते हुए जिले के पटवारियों ने लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है ।

मामला कुछ यूं है कि शनिवार को पटवारी संघ ने मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव के नाम तहसीलदार अजेंद्रनाथ प्रजापति को ज्ञापन सौंपकर जिला कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना पर अभद्रता करने के आरोप लगाए है। मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर होने के कारण पटवारी प्रशिक्षण में शामिल नहीं हुए, जिससे कलेक्टर नाराज हो गई। आरोप है कि कलेक्टर ने पटवारियों को गुण्डा कहकर संबोधित किया और जेल भेजने की धमकी भी दी है। इसको लेकर पटवारियों ने विरोध दर्ज कराया है।
ज्ञापन में आरोप है कि समान कार्य समान वेतन (सीमांकन कार्य) 2800 ग्रेड-पे और प्रदेश के अन्य जिलो में कार्यरत पटवारियों के विरुद्ध हुई निलंबन कार्यवाहियों को वापस लेने संबंधी मांग को लेकर प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर तहसील अध्यक्षों के नेतृत्व में सभी पटवारियो ने 23 मई को ज्ञापन सौंपें थे। जिसमें 25 से 27 मई तक के सामूहिक अवकाश पर जाने का ऐलान किया था, लेकिन 26 मई को कार्यालय कलेक्टर (जनजातीय कार्य विभाग) मण्डला द्वारा वनाधिकार पट्टों के अतंर्गत सर्वेक्षण कार्य का प्रशिक्षण स्थानीय डाइट मण्डला में सायः 4 बजें रखा गया। इस प्रशिक्षण में सामूहिक अवकाश की वजह से पटवारी नहीं गये।
आरोप है कि शाम लगभग 4 बजे जिला अध्यक्ष गीतेंद्र बैरागी को एसएलआर मुन्नालाल तिवारी का कॉल आया और उन्होने कलेक्ट्रेट तुरंत आने को कहा और कलेक्टर से बात कराना चाही लेकिन रास्ते में होने के कारण अध्यक्ष ने कलेक्ट्रेट आने की बात कहीं। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर अपर कलेक्टर मीना मसराम एवं एसएलआर कलेक्टर केबिन में थे, उन्होंने अंदर बुलाया, तो कलेक्टर ने जानकारी ली, जिस पर अध्यक्ष ने सामूहिक अवकाश लेने के कारण । प्रशिक्षण में नहीं पहुंचने की जानकारी दी। आरोप है कि कलेक्टर ने चिल्लाते हुए सुनो-बे से अध्यक्ष को संबोधित किया और पटवारियों को गुंडा कहते हुए सभी पटवारियों पर कार्यवाही करने, सबको जेल भेजने की धमकी दी। कलेक्टर ने अत्यधिक अभद्र व्यवहार किया गया, पटवारी वर्ग का असम्मानीय शब्दों से अपमान किया। जिसके चलते पटवारियों ने विरोध दर्ज कराया है।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
पटवारियों ने शनिवार को दोपहर बाद तहसीलदार अजेंद्र नाथ प्रजापति को मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमे कहा गया है कि कलेक्टर मण्डला के दुर्व्यवहार से समस्त पटवारी मानसिक रूप से प्रताड़ित हुए है। कर्मचारियों के हित में इन्हें जिले से ही हटाया जाना ही न्यायसंगत होगा। ज्ञापन में कहा गया है कि जिले के पटवारी संवर्ग से क्षमा मांगी जाए नहीं तो मण्डला जिले के साथ प्रदेश के पटवारी कड़ा से कड़ा कदम उठाने विवश होंगे जिसकी सम्पूर्ण जबावदारी प्रशासन की होगी।