महाराष्ट्रीयन समाज ने रैली निकाल कर हर्षोल्लास से मनाया गुड़ी पड़वा पर्व
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
टिमरनी। आज हिंदू नववर्ष विक्रम संवत २०८१ की शुरुआत है, यह वह दिन है जिस दिन ब्रम्हा जी ने ब्रम्हांड की रचना की थी। यह भी माना जाता है की गुडी पडवा सत्य और धार्मिकता के युग सतयुग की शुरुआत का प्रतीक है इस दिन का ऐतिहासिक महत्व भी है कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने इस दिन मुगलो को हराकर राज्य को मुगलो से मुक्त कराया था।यही प्रमुख कारण है कि महाराष्ट्र के लोग इस दिन गुडी फहराते है। इसी कडी मे आज महाराष्ट्र ब्राह्मण समाज द्वारा प्रत्येक घर पर गुडी लगाकर एवं महिलाओ द्वारा घरो के बाहर रांगोली बनाकर आने वाले नये साल का नये सिरे से स्वागत किया । प्रत्त्येक घर पर गुडी को फूलो और नीम के पत्तो के साथ रेशमी कपड़े से सजाया गया। घर पर गुडी फहराने से जीवन मे सौभाग्य और समृद्धी आती है ऐसा माना जाता है।
शाम 5 बजे वाहन रैली निकालकर नगर के मुख्य मार्गो को जय भवानी जय शिवाजी,भारत माता की जय,,जय जय श्रीराम के नारो से गुंजायमान कर दिया।वाहन रैली के साथ झांकी के रुप श्रीराम के रूप मे देवश्री मुजुमदार, सीता-पुण्या टेंभूर्णीकर, लक्ष्मण _आर्या गोखले,हनुमान _समर्थ लोकरे, बग्गी पर चल रहे थे।वाहन रैली का समापन दत्त मंदिर पर हुआ तत्पश्चात मंदिर प्रांगण एवं हाल मे महिलाओ का लेझिम नृत्य सामुहिक गणेश स्तवन,सरस्वती वंदना,त्रिपुर सुन्दरी स्तोत्र, राम रक्षा स्तोत्र, मारूति स्तोत्र, गणपतिजी,देवीजी,रामजी,एवं दत्त भगवान की आरती,महिलाओ का हल्दी कुमकुम के साथ अल्पाहार कर कार्यक्रम की समाप्ति हुई।पधारे समस्त सामाजिक लोगो का आभार सचिव श्रीराम गद्रे द्वारा किया गया।सन्दीप अग्रवाल की रिपोर्ट