पाषाण से परमात्मा बनाकर रवाना हो गया आचार्य श्री विद्यासागर का संघ

पाषाण से परमात्मा बनाकर रवाना हो गया आचार्य श्री विद्यासागर का संघ

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आचार्य संघ के मंगल विहार की खबर सुनकर रो पड़े जैन धर्मावलंबी, आश्रुपूरित, सजल नेत्र लिए विहार में शामिल हुए मुनिभक्त

लोकमतचक्र.कॉम।

नेमावर/हरदा : जैन समाज के सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र नेमावर में संपन्न हुए पंचकल्याणक (प्राण प्रतिष्ठा) ओर वेदी प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक महोत्सव के साथ ही आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का मुनिराजगणों के साथ आज मंगल विहार (गमन) हो गया। क्षेत्र ओर आसपास के जैन धर्मावलंबियों जैसे ही यह खबर सुनी सब काम-धाम छोड़कर आश्रुपूरित, सजल नेत्रों से मुनिसंघ के विहार के लिए नेमावर पहुंच गए।

उक्त जानकारी देते हुए हरदा जैन समाज के अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन एवं ट्रस्टी राजीव रविन्द्र जैन ने बताया कि संतशिरोमणी आचार्यश्री विद्यासागर ओर मुनिराजों का मंगल विहार खातेगाँव/संदलपुर की ओर हुआ है। 

सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय जैन (मैक्स) ने बताया कि पूज्य मुनिश्री संभवसागर जी महाराज सहित 9 महाराज (मुनिराजगण) सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र नेमावर में रुक रहे हैं, यहाँ बेदी प्रतिष्ठा आदि कुछ मांगलिक कार्यक्रम होना है। श्री जैन ने बताया कि पूज्य आचार्य भगवन के चरण ज्यों ज्यों  आगे बढ़ते जाएंगे रास्ते मे कुछ नए उपसंघों के विहार नई दिशाओं की ओर होते जाएंगे। 

मुनिभक्त सरगम जैन ने आचार्यश्री के विहार पर अपने हृदयस्पर्शी शब्दों को व्यक्त करते हुए कहा कि –

बिछड़े कुछ यूं कि, इस अदा से कि रुत ही बदल गई…

इक शख़्स ने सारे गाँव को वीरान कर दिया….।

वर्तमान के वर्धमान, धरती के चलते फिरते भगवान, संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज ससंघ का आज सिध्दोदय सिद्ध क्षेत्र नेमावर से विहार हो गया। क्षेत्र की धर्म प्रेमी गुरुभक्त समाज को लगभग 7 माह तक गुरुदेव का पावन सानिध्य एवम आशीर्वाद प्राप्त हुआ। बहुप्रतीक्षित भव्य पंच कल्याणक प्रतिष्ठा के पश्चात आचार्य भगवन के विहार से सूनापन हो गया है। आचार्य भगवन के उपकारों को कभी भी भुलाया नही जा सकेगा। आचार्य भगवन ने क्षेत्र में अपना मंगल सानिध्य प्रदान किया। जैन हो या अजैन सभी आचार्य श्री के झलक पाने को आतुर रहते थे बस एक ही तम्मना रहती थी कि आचार्य भगवन की एक नजर हम पर भी पड़ जाए। आचार्य भगवन ने सभी को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।

उन्होंने कहा कि गुरुदेव आपका सानिध्य एवम आशीर्वाद पाकर हम सब धन्य हो गए। आचार्य भगवन हमने भगवान महावीर को नही देखा आपको देखकर ऐसा लगता है कि जैसे हमे इस युग मे महावीर मिल गए है।

जो छू ले आपके चरणों की धूल, वो मिट्टी से सोना बन जाये…।

एक नजर जिस पर पड़ जाये आपकी, वो कंकर भी कोहिनूर कहलाये

क्षेत्र की जनता ने आचार्य भगवन से इस दौरान गुहार लगाते हुए कहा कि सिध्दोदय सिध्द क्षेत्र सहित आसपास की धर्म प्रेमी गुरुभक्त समाज पर आप इसी प्रकार अपनी कृपादृष्टि सदा बनाये रखना।

गौरतलब है कि जैन समाज के लिए सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र नेमावर के यह पंचकल्याणक ऐतिहासिक रहेंगे। क्योंकि कोरोना गाइड लाइन का पालन कर, अनुशासित रूप में सीमित संख्या में जैन समाज के पंचकल्याणक संपन्न हुए। आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के आदेश पर जैन समाज के धर्मावलंबियों ने पंचकल्याणक का आनंद डिजिटल रूप धार्मिक चैनलों और यूट्यूब चैनलों पर लाइव प्रसारण देख कर लिया। उल्लेखनीय है कि जैन समाज के पंचकल्याणकों में लाखों की तादात में जैन धर्मावलंबी आत्म कल्याण के लिए पहुंचते हैं। किंतु शासन की गाइडलाइन और गुरु आज्ञा के चलते जैन समाज के लोगों ने अपने अपने घरों में ही पंचकल्याणक का आनंद लिया और अनुशासित रूप से पंचकल्याणक संपन्न कराया।

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