कोरोना के चलते लम्बे समय बाद हुई कर्मचारियों की CPCT परीक्षा में भारी अव्यवस्था, धूल खा रहे खराब कीबोर्ड की शिकायत …
ऐसी परिस्थिति में कर्मचारियों का उक्त परीक्षा में उत्तीर्ण होने का सपना नहीं होगा पूरा
लोकमतचक्र.कॉम।
भोपाल : मध्यप्रदेश में कर्मचारियों के लिए अनिवार्य की गई CPCT परीक्षा कोरोना के चलते लंबे समय अंतराल बाद दिनांक 7/08/2021 एवं 8/08 2021 को पूरे प्रदेश में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई। परीक्षा को लेकर कर्मचारियों में भारी असंतोष है जिसका कारण कर्मचारियों द्वारा परीक्षा में भारी अव्यवस्था, धूल खा रहे खराब कीबोर्ड आदि की बताई जा रही है।
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सांकेतिक चित्र |
इस परीक्षा में कई शासकीय कर्मचारी जैसे पटवारी, कंप्यूटर ऑपरेटर आदि भी शामिल हुए थे। इस परीक्षा में परीक्षार्थियों को हिंदी टाइपिंग एवं अंग्रेजी टाइपिंग के दो टेस्ट देने होते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि परीक्षा केंद्रों द्वारा डेढ़ साल से धूल खा रहे कंप्यूटर सिस्टम परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराए गए जिनके कीबोर्ड उचित ढंग से कार्य नहीं कर रहे थे। कीबोर्ड के सभी बटन हार्ड हो गए थे एवं कई बटन तो कार्य भी नहीं कर रहे थे।
सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि परीक्षा केंद्र पर उपस्थित पर्यवेक्षकों को इस बारे में अवगत कराया गया परंतु उन्होंने की-बोर्ड बदलने से मना कर दिया। इस बारे में परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र में स्थित सर्वर रूम से भी संपर्क किया तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ दिया। इस बारे में अन्य सेंटर्स पर पता करने पर ज्ञात हुआ कि यही स्थिति अन्य सभी परीक्षा केंद्रों की भी थी।
परीक्षार्थियों का कहना है कि इस बात की पुष्टि होना आवश्यक है कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर उपस्थित सभी परीक्षार्थियों में से कितने परीक्षार्थी टाइपिंग में सफल हो सके जिससे ज्ञात हो पाएगा कि की-बोर्ड की स्थिति वाकई खराब थी। इस विषय में सरकार को कदम उठाना चाहिए।इसकी जांच होनी चाहिए। अन्यथा सभी परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण कर देना चाहिए। उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना ठीक नहीं।एक तरफ सरकार cpct की अनिवार्यता पर जोर दे रही है तो दूसरी तरफ सीपीसीटी की परीक्षा में परीक्षा केंद्रों पर धूल खा रहे कंप्यूटर सिस्टम परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। संपूर्ण मध्यप्रदेश में परीक्षार्थियों में रोष व्याप्त है। जब परीक्षार्थियों से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि वह आरटीआई के तहत प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर कितने परीक्षार्थी पास हुए हैं इस बारे में जानकारी लेंगे ।
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