कलेक्टर श्री गुप्ता ने किसानों से नरवाई न जलाने की अपील की…

कलेक्टर श्री गुप्ता ने किसानों से नरवाई न जलाने की अपील की…

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लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा / बेहतर पर्यावरण, जनस्वास्थ्य एवं जीव जन्तुओं के जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री संजय गुप्ता ने जिले के किसानों से नरवाई न जलाने की अपील की है। उन्होने कहा कि नरवाई जलाने से एक ओर जहां खेतों में अग्नि दुर्घटना की आशंका रहती है, वहीं मिट्टी की उर्वरकता पर भी विपरीत असर पड़ता है। इसके साथ ही धुएँ से कार्बन-डाय-ऑक्साइड से तापमान बढ़ता है और वायु प्रदूषण भी होता है। मिट्टी की उर्वरा लगभग 6 इंच की ऊपरी सतह पर ही होती है। इसमें खेती के लिए लाभदायक मित्र जीवाणु उपस्थित रहते हैं। नरवाई जलाने से यह नष्ट हो जाते हैं, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति को नुकसान होता है। नरवाई जलाने के बजाए यदि फसल अवशेषों को एकत्रित करके जैविक खाद बनाने में उपयोग किये जाय तो यह बहुत लाभदायक होगा। नाडेप तथा वर्मी विधि से नरवाई से जैविक खाद आसानी से बनाई जा सकती है। इस खाद में फसलों के लिए पर्याप्त पोषक तत्व रहते हैं। इसके आलावा खेत में रोटावेटर अथवा डिस्क हैरो चलाकर भी फसल के बचे हुए भाग को मिट्टी में मिला देने से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने बताया कि पर्यावरण सुरक्षा हेतु नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल के निर्देश के क्रम में प्रिवेन्शन एण्ड कंट्रोल ऑफ पोल्यूशन एक्ट 1981 के अंतर्गत प्रदेश में फसलों विशेषतः धान एवं गेहूँ की फसल कटाई के बाद बचे हुए फसल अवशेषों को जलानेे को प्रतिबंधित किया गया है।

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