अजाक्स कार्यालय में मनाई सावित्रीबाई फुले व जयपाल सिंह मुंडा जयंती

अजाक्स कार्यालय में मनाई सावित्रीबाई फुले व जयपाल सिंह मुंडा जयंती

लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा- अजाक्स जिला कार्यालय हरदा में अजाक्स के पदाधिकारियों सहित अन्य सामाजिक लोगों द्वारा देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले व जयपाल सिंह मुंडा की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरूआत सावित्रीबाई फुले, जयपाल सिंह मुंडा सहित अन्य महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। 

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अजाक्स जिलाध्यक्ष रमेश मसकोले ने कहा कि सावित्रीबाई फुले का जन्‍म  3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नयागांव में व  जयपाल सिंह मुंडा का जन्म 3 जनवरी   1903 को रांची झारखंड के खूंटी नामक एक छोटे से कस्बे में हुआ था। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फुले देश की पहली महिला शिक्षका होने के साथ ही भारत के नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता, समाज सुधारक और मराठी कवयित्री भी थी। स्त्री आंदोलन की सूत्रधार क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले ने स्त्री विरोधी कुरीतियों को ध्वस्त कर समाज में नई चेतना व महिलाओं में शिक्षा की ज्योति जगाने हेतु आजीवन संघर्ष किया।  

सावित्रीबाई फुले उस दौर में न सिर्फ खुद पढ़ीं, बल्कि दूसरी लड़कियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया और लाख मुश्किलों के बाद भी वह सफल रही। महिला सशक्तिकरण को लेकर उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया । 

श्री मर्सकोले ने आगे कहा कि ऐसे ही आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ने वाले जयपाल सिंह मुंडा भारतीय आदिवासियों और  झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता थे। वे एक जाने माने राजनीतिज्ञ, पत्रकार, लेखक, संपादक, शिक्षाविद् और 1925 में ‘ऑक्सफोर्ड ब्लू’ का खिताब पाने वाले हॉकी के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। उनकी कप्तानी में 1928 के ओलिंपिक में भारत ने पहला स्वर्ण पदक प्राप्त किया। वे आदिवासियों को जनजाति कहे जाने के विरोधी थे। उनका मानना था कि आदिवासी यहां के मूल निवासी हैं, अत: वे जनजाति नहीं आदिवासी हुए।आदिवासियों की अपनी राजनीतिक भागीदारी की शुरूआत जयपाल सिंह मुंडा ने ही की।जयपाल सिंह मुंडा पहले आदिवासी थे जो भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए थे। आज ऐसे ही महान नायक की पुनः जरूरत है जो आदिवासी समुदाय को एक सूत्र में बांधकर फिर उनका वैभवशाली इतिहास और सम्मान वापस करवा सके।

उपस्थित सदस्यों से उन्होंने कहा कि आज हमें सावित्रीबाई फुले व जयपाल सिंह मुंडा जैसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए सतमार्ग पर चलना चाहिए । इस अवसर पर अजाक्स जिलाध्यक्ष रमेश मसकोले के साथ जिला सचिव सुनील चोरे, तहसील अध्यक्ष हंडिया भुजराम बछानिया, जिला सदस्य अशोक करोचि, लालसिंह परते, बलराम मरकाम, बचनसिंह मरावी, सुनील पाबले, राजकुमार सरबटे, चंपालाल मरावी, मंगू लाल मरावी सहित अन्य कई लोग उपस्थित थे।

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