मेधावी छात्रा ‘अंजलि’, जो स्वयं पढ़कर अन्य बेटियों को भी ट्रेनिंग दे रही है

कहानी सच्ची है, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष

मेधावी छात्रा ‘अंजलि’, जो स्वयं पढ़कर अन्य बेटियों को भी ट्रेनिंग दे रही है

AVvXsEgn4wthyfGuSE4zBCpeWxtFDQ 3NzZV7TdQ5DIdjeEPwl hB7sHL0IP6vTYBbuf0pFq6F1QBMwvgGPbT w0Bx8sQH NFxDua5dZBH6sTe Bcac8QIJIn AblpgPSiKstK06DJRJ81X5tHyIE0CsL162T5B8jZhI0vmgbL4iQKxM3Y7fJvbWl N w=w365 h400


लोकमतचक्र डॉट कॉम।

हरदा : शहर की चौबे कॉलोनी निवासी अंजली राजपूत अन्य युवतियों के लिये प्रेरक सिद्ध हो रही है। बचपन से ही मेधावी विद्यार्थी रही अंजलि ने कक्षा 10 वी में लगभग 93 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। कक्षा 10 वी में संस्कृत विषय में 100 में से 99 अंक प्राप्त करने पर अंजलि को 6000 रूपये की संस्कृत छात्रवृत्ति तो मिली ही साथ ही कक्षा 12 वी में भी अंजलि ने 93 प्रतिशत अंक हासिल कर मेरिट में स्थान प्राप्त किया और मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के हाथों लेपटॉप के लिये 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत प्राप्त की। अंजलि को इस उपलब्धि के लिये भारत सरकार की इंस्पायर स्कॉलरशिप के लिये चुना गया, जिसके तहत कॉलेज में पढ़ाई के दौरान लगातार तीन वर्ष तक 60 हजार रूपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति मिली।

अंजलि की उपलब्धियों का क्रम यहीं नहीं थमा बल्कि इसके बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से 68 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक की उपाधि हासिल की और स्नातकोत्तर में लगभग 81 प्रतिशत अंक पाकर इन्दौर के अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज में प्रथम व विश्वविद्यालय की छात्राओं की मेरिट सूची में द्वितीय स्थान पाया। पढ़ाई के साथ-साथ अंजलि खेलों में भी प्रतिभावान है। वह लम्बी कूद, ऊँची कूद, दौड़, गोला फेंक जैसी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है। अंजलि का सपना है कि वह पुलिस में अधिकारी बन कर अन्य महिलाओं व पीड़ितों को न्याय दिला सके। अपने इस सपने को साकार करने के लिये वह पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद गतिविधियों में सभी सक्रिय है। अंजलि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सशक्तवाहिनी क्लासेस में स्वयं तो तैयारी कर ही रही है साथ ही  अपने जैसी अन्य छात्राओं को भी प्रशिक्षण भी दे रही है। 

Scroll to Top