श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान में लघु नाटिका सती अंजना ओर मैनासुंदरी का हुआ मंचन

श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान में लघु नाटिका सती अंजना ओर मैनासुंदरी का हुआ मंचन

जैन समाज के सहयोग से बड़जात्या परिवार करवा रहा श्री सिद्धचक्र मंडल विधान

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लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा : जैन धर्मशाला में चल रहे श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के दौरान प्रतिदिन प्रातःकाल धार्मिक क्रियाओं को संपन्न किया जा रहा है, जिसमें श्रीजी की शांति धारा मंडल विधान की पूजन पाठ एवं श्रीजी की भक्ति संगीतमयी बाल ब्रह्मचारी तरुण भैया इंदौर वाले के सानिध्य में की जा रही है। वहीं शाम के समय धार्मिक नाटकों के माध्यम से धर्म की प्रभावना की जा रही है एवं धर्म के मर्म को बताया जा रहा है।

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महामंडल विधान की मुख्य आयोजनकर्ता श्रीमती सरोज अनिल बड़जात्या ने जानकारी देते हुए बताया कि धार्मिक नाटकों में अखिल भारतीय दिगंबर जैन महिला परिषद ने सती अंजना नाटक का मंचन कर अपने कर्मों का फल किस तरह भोगना पड़ता है यह उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया, वही सिद्धचक्र मंडल विधान आयोजनकर्ता बड़जात्या परिवार के द्वारा मैना सुंदरी लघु नाटिका का मंचन किया गया जिसमें कर्म को भाग्य विधाता और धर्म की राह पर चलकर अपने दुखों का निवारण किस तरह किया जा सकता है बताया गया। उल्लेखनीय है कि नगर की श्री दिगंबर जैन धर्मशाला में चल रहे 10 दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान कि जैन धर्म में 17 लाख वर्ष प्राचीन प्रमाणिकता है। जैन धर्मावलंबी अष्टानिका पर्व के दिनों में श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का आयोजन करते हैं। विधान में नगर के समस्त जैन परिवारों के साथ ही दूरदराज के नगरों से आए रिश्तेदार नातेदार सहभागिता कर आयोजन को भव्यता प्रदान कर रहे हैं।

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