गरीब, कमजोर की तरफ गुंडों, बदमाशों का हाथ उठा तो मकान खोदकर मैदान बना दूंगा-शिवराज
लोकमतचक्र.कॉम।
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीबों के साथ अन्याय और गुंडागर्दी करके धन कमाने का यह खेल पूरी तरीके से खत्म कर दिया जाएगा। आज मैं यह साफ कह रहा हूं, यहां चंद्रपुरा में भी कह रहा हूं। मध्यप्रदेश में जितने गुंडे और अपराधी हैं वह भी सुन लें। अगर गरीब, कमजोर की तरफ हाथ उठा तो, मकान खोदकर मैदान बना दूंगा। चैन से नहीं रहने दूंगा।
होली के दिन खमरिया में आदिवासियों के साथ हुई मारपीट और गोली चलने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। सीएम आज मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मेरे बहनों-भाइयों, हम सबका दिल भरा है, लेकिन कुछ लोगों को इसमें भी राजनीति सूझ रही है। मैं फिर कहता हूँ, गुंडे और बदमाश ये न समझें कि यह कांग्रेस कमलनाथ की सरकार है। मामा का बुलडोजर चला है, अब रुकेगा नहीं, जब तक बदमाशों को जमींदोज़ न कर दें। उन्होंने कहा कि एक जमाना था, जब मैं मुख्यमंत्री बना था, तब चंबल के बीहड़ों में चारों तरफ डाकुओं का आतंक था। तब हमने तय कर दिया था कि मध्यप्रदेश की धरती पर या तो डाकू रहेंगे या शिवराज रहेगा, दोनों एक साथ नहीं रह सकते। अब एक भी डाकू नहीं बचा है, कोई डकैत को हमने बचने नहीं दिया।
उन्होंने रायसेन जिले के चंद्रपुर में कहा कि कोई खमरिया अकेले का न सोचे…. शहडोल में आप देख सकते हैं क्या कार्रवाई हुई है। सिवनी और श्योपुर में बुलडोजर चला है। जावरा में हमने मकान खोदकर मैदान बना दिए।
घर घर सर्चिंग के निर्देश
शिवराज ने कहा कि गुंडागर्दी करने वालों मध्यप्रदेश की धरती पर तुम्हारा अस्तित्व मिटा दिया जाएगा। त्रस्त कर दिए जाएंगे, कुचल दिए जाएंगे। एक एक घर की सर्चिंग करो अवैध हथियार है तो निकालो, लकड़ी चोरी के मामले, वह भी निकालो। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को लगाकर घर-घर सर्चिंग करके देखो।
राशन खाने वालों का घर खोद कर बनाया मैदान
उन्होंने कहा कि गरीब भाई बहनों को पूरी तरह से सुरक्षा देने की जवाबदारी हमारी है। जितने भी अपराधी हैं, उनके खिलाफ अभियान चलेगा। इस धरती से मैं पाँव-पाँव गुजरा हूँ। इस पूरे इलाके का सर्वे करके जनजातीय भाई बहनों को मकान दिया जाएगा और राशन की उचित व्यवस्था की जाएगी। राशन में कोई गड़बड़ी न करे, राशन खाने वालो का घर खोदकर मैंने मैदान बना दिया है। जितने भी घायल लोग हैं, उनका इलाज मुफ्त होगा, साथ ही सहायता राशि भी मिलेगी। 38 लोग घायल हैं, इनके परिवार को 50,000 रुपये की सहायता राशि मिलेगी। बेटे-बेटियों की पढ़ाई लिखाई के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था हो जाये, इसको स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी देख लें।