हरदा ब्रेकिंग : आज फिर नदी में डूबने से 2 बच्चों की मौत

हरदा ब्रेकिंग : आज फिर नदी में डूबने से 2 बच्चों की मौत

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लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

हरदा। जिले में आज फिर 2 नाबालिग बच्चों के नदी में डूबने से मौत हो गई । हरदा के सिटी कोतवाली अंतर्गत अरबाज़ पिता आरिफ 14 वर्ष ओर दुर्गेश पिता संतोष 12 वर्ष की नदी में दोपहर के समय नहाते समय डूबने से मौत हो गई । दोनों बच्चे डबल फाटक के पास टिमरन नदी में नहाने गए थे। घटना ग्राम रूपी परेटिया की है। यहां सोमवार दोपहर 4 बच्चे नदी में नहा रहे थे। इनमें से 2 गहरे पानी में चले गए तो साथ में नहा रहे 2 बच्चों ने आसपास मौजूद लोगों को आवाज देकर बुला । उन्होंने दोनों बच्चों को बाहर निकाला और 108 एंबुलेंस को सूचना दी। उन्हें अस्पताल लाया गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। जिले की अजनाल नदी में बच्चों के डूबने की दो दिन में यह दूसरी घटना है। इससे पहले रविवार को बिछौला गांव में 3 छात्रों की डूबने से मौत हो चुकी है। सिविल लाइन थाना हरदा में पदस्थ एसआई एसएल मालवीय ने बताया कि डायल 100 के माध्यम से 2 बच्चों को लाया गया था। उनकी डूबने से मौत हो गई। जानकारी मिली है कि नदी में नहाते समय घटना हुई है। जांच की जा रही है।

मोबाइल पर गेम खेलते हुए घर से हो गए गायब 

बच्चों की मौत की सूचना पर अस्पताल पहुंचे पड़ोसियों ने बताया कि सोमवार को सदानी कम्पाउंड में रहने वाले दुर्गेश पिता संतोष पाटनकर (14) घर में मोबाइल गेम खेल रहा था। इसी दौरान पास ही जोशी कॉलोनी में रहने वाला अरबाज आ गया। दोनों मोबाइल चला रहे थे। तभी वे घर से निकलकर करीब 5 किलोमीटर दूर रुपी परेटिया गांव पहुंच गए। यहां वे अजनाल नदी के घाट पर उनके परिचित 2 बच्चे मिल गए थे। चारों करीब एक घंटे तक पानी में नहाते रहे। इसी दौरान दुर्गेश और अरबाज गहरे पानी में चले गए। जब उन्हें डूबते देखा तो पास में नहा रहे दोनों बच्चों ने लोगों को बुलाया। इन दोनों ने बच्चों को बाहर निकाला और एंबुलेंस की मदद से अस्पताल लाए। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इन्हीं बच्चों ने बताया कि ये दोनों हरदा के रहने वाले हैं और उनके परिजनों का नाम भी बताया।

जानकारी के मुताबिक दुर्गेश के पिता संतोष पाटनकर 8 माह पहले ही निधन हुआ था। वह 3 भाई बहनों में सबसे छोटा था। बड़ी बहन गूंजन नर्सिंग का कोर्स कर रही है और जिला अस्पताल में प्रैक्टिस कर रही है। अब परिवार में मां, बहन और एक भाई है। जबकि अरबाज के पिता आरिफ बेल्डिंग कार्य करते हैं। 10 वर्षीय अरबाज 2 भाई बहनों से सबसे छोटा था ।

मां काम पर जाते समय बोली अब नहीं कराऊंगी मोबाइल रिचार्ज

अपने कलेजे के टुकड़े को खोने के बाद जिला अस्पताल रोते हुए दुर्गेश की मां ने कहा मेरा बेटा परीक्षा खत्म होने के बाद रोज अपने दोस्तों के साथ घर पर मोबाइल में गेम खेलता रहता था। सुबह उसे खाना खिलाने के बाद जब मैं काम पर जाने को निकली तो बेटे को डांट लगाते हुए यह कहा था कि तू दिनभर मोबाइल में लगा रहता है। अब बैलेंस नहीं डलवा कर दूंगी। मां का कहना था कि मुझे क्या पता था कि मेरा बेटा हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। मुझे बड़े बेटे ने मोबाइल से हादसे की सूचना दी थी। जिसके बाद मैं आस पड़ोस की महिलाओं को लेकर अस्पताल पहुंची। वहीं, अरबाज की मां ने रोते हुए अपने पति से कहा कि मेरे बेटे को वापस लाकर दो।

 नोट : खबर लगातार अपडेट की जा रही है ।

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