MP में पहली बार हुआ ऐसा जो नायब तहसीलदार से IAS बना कोई अधिकारी
जीएस धुर्वे पहले ऐसे अफसर हैं जो नायब तहसीलदार से आईएएस बनने में हुए सफल
भोपाल। केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा मध्यप्रदेश कैडर के 2021 और 2022 के आईएएस अवार्ड पाने वाले राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों की जारी सूची में एक ऐसे अफसर भी शामिल हैं जिन्होंने नायब तहसीलदार से नौकरी शुरू की और अब आईएएस बन गए। वर्तमान में अशोकनगर में अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ और आईएएस अवार्ड पाने वाले अफसर जीएस धुर्वे पहले ऐसे अफसर हैं जो नायब तहसीलदार से आईएएस बनने में सफल हुए।
राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों की आईएएस अवार्ड के लिए हुई डीपीसी को लेकर 19 मई को बैठक हुई थी। एक माह बाद जारी हुए डीओपीटी के नोटिफिकेशन में नायब तहसीलदार से आईएएस बनने की दावेदारी वाले अफसरों में दो नाम डीपी वर्मन और जीएस धुर्वे के थे। वर्मन विभागीय जांच के चलते फिटलिस्ट से बाहर हो गए और धुर्वे को उनके विरुद्ध अब तक किसी तरह की जांच नहीं होने का फायदा मिला। बैतूल जिले के मूल निवासी धुर्वे आदिवासी तबके से हैं। वे रायसेन, भोपाल, नरसिंहपुर, उमरिया, अशोकनगर में डिप्टी कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर और अपर कलेक्टर के रूप में काम कर चुके हैं। प्रमुख राजस्व आयुक्त कार्यालय में संयुक्त राजस्व आयुक्त के रूप में भी धुर्वे ने जिम्मेदारी निभाई है।