SDM की प्रताड़ना से त्रस्त पटवारी की हार्ट अटैक से हुई मौत, पटवारी संघ ने खोला मोर्चा

SDM की प्रताड़ना से त्रस्त पटवारी की हार्ट अटैक से हुई मौत, पटवारी संघ ने खोला मोर्चा 

एसडीएम को तत्काल हटाया जाए, 24 घंटे में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो काम बंद करेंगे

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लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

नर्मदापुरम। विवादों में रहने वाले एक एसडीएम की कार्यप्रणाली ने कल एक भरापुरा परिवार उजाड़ दिया, मामला पिपरिया तहसील में पदस्थ पटवारी  प्रवीण मेहरा की पेशी के बाद बुधवार को हृदयघात से मौत से संबंधित है । पटवारी की मृत्यु  होने के बाद जिले भर के पटवारियों में आक्रोश बढ़ गया है। पटवारी संघ ने पिपरिया एसडीएम संतोष तिवारी पर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर सोनिया मीना को ज्ञापन सौंपा। पटवारी संघ पदाधिकारियों ने पिपरिया एसडीएम को तत्काल हटाने की मांग की है।

24 घंटे में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार न्यायालय तहसीलदार द्वारा किए गए आदेश में अनुविभागीय अधिकारी ने आदेश व जांच करने वाले न्यायालय में बयान लेने वाले आवेदक से लेकर आदेश तक की प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारी-कर्मचारियों को छोड़कर केवल पटवारी पर एफआईआर कराई, जबकि कोई भी मामले में पटवारी वस्तुस्थिति का स्थानीय पूछताछ के आधार पर प्रतिवेदक होता है न कि निर्णायक और न ही जांचकर्ता, यदि स्थानीय लोगों द्वारा गलत जानकारी दी जाती है तो पटवारी के पास ऐसा कोई यंत्र या पैमाना नहीं कि वो झूठ पकड़ सके । कर्तव्य निर्वाहन के दौरान स्थानीय स्तर पर प्राप्त गलत जानकारी के लिए पटवारी को कैसे दोषी ठहराया जा सकता है।

मध्यप्रदेश पटवारी संघ ने कहा कि न्यायालय को समुचित जांच कर आदेश करना चाहिए। पटवारी पर एफआइआर कराना यह प्रदर्शित करता है कि पटवारी को प्रताडित करने के लिए यह काम नियमों को ताक पर रखकर किया गया है, साथ ही जो न्यायालय पटवारी प्रतिवेदन के आधार पर आदेश कर रहे हैं, और अंत में गलत आदेश पारित होने पर पटवारी की जवाबदेही लिखकर आदेश कर रहे हैं, उसे बंद कराया जाए, साथ ही मृतक की पत्नी को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति जाए। पटवारी संघ ने चेतावनी दी है कि 24 घंटे में यदि कार्रवाई नहीं की गई तो शुक्रवार से पटवारी काम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे।

ज्ञापन देते समय कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अंजू नारोलिया, देवेन्द्र जाटव, दिनेश तिवारी, नरेंद्र सोलंकी, प्रवीण चौधरी, भगवत चौहान, प्रताप ठाकुर, सुमित वर्मा, प्रकाश विलासपुरिया, शिखा शर्मा, सरिता सिंधु, जितेंद्र पाटकर, श्वेता गौर, ममता पथोरिया, नितिन शर्मा, मुकेश गौर, मुकेश कुर्मी, श्याम रघुवंशी, प्रदीप यादव, लोकेश ठाकरे, देवेन्द्र खंडेरिया, अरविंद रघुवंशी, हरि स्वामी, प्रशांत शर्मा समेत सैंकड़ों की संख्या में जिले के पटवारी उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि एसडीएम संतोष तिवारी कि देवास जिल में पदस्थापना कै दौरान फूड इंस्पेक्टर प्रियंका अग्रवाल ने खातेगांव एसडीएम संतोष तिवारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। प्रियंका अग्रवाल के द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने संतोष तिवारी को हटा दिया था, निवाड़ी में भी दो नायब तहसीलदारों ने इनपर गंभीर आरोप लगाये थे उसकी भी जांच चल रही है।

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