भोपाल। प्रदेश के नर्मदापुरम जिले की तहसील कार्यालय बनखेड़ी में पदस्थ महिला पटवारी शिखा शर्मा (शुक्ला) की रहस्यमयी मौत का मामला अब गंभीर होता जा रहा है। आत्महत्या के दस दिन बाद भी कारणों का खुलासा न होने से न्याय की मांग तेज हो गई है। इस घटना से आक्रोशित प्रांतीय पटवारी संघ की बनखेड़ी इकाई ने गुरुवार को एसडीएम पिपरिया के नाम नायब तहसीलदार रामसिपाही मरावी को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है।
संघ ने स्पष्ट कहा है कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा मानसिक उत्पीड़न या कार्यस्थल पर दबाव जैसे कारण सामने आते हैं, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। संघ ने यह भी कहा कि शिखा शर्मा एक कर्मठ, मेहनती और अनुशासित अधिकारी थीं, और उनके इस कदम के पीछे की असली वजह सामने लाना बेहद ज़रूरी है।
बताया गया कि 29 सितंबर को शासकीय आवास में शिखा शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि पुलिस ने अब तक आत्महत्या के कारणों का कोई आधिकारिक खुलासा नहीं किया है। पुलिस टीम मृतका के व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों पहलुओं की जांच कर रही है। इससे पहले बुधवार को अग्निहोत्री ब्राह्मण समाज और मृतका के परिजनों ने भी एसडीएम आईएएस आकपि खान एवं एसडीओपी मोहित कुमार यादव को पिपरिया में ज्ञापन सौंपकर उच्च स्तरीय जांच और न्याय की मांग की थी। परिजनों ने मृतका के पति रामकृष्ण शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लगातार बढ़ते दबाव के बीच अब प्रशासन पर जांच को तेज़ और पारदर्शी रूप से पूरा करने का दबाव बनता जा रहा है। स्थानीय स्तर पर यह मामला चर्चा का प्रमुख विषय बना हुआ है ।













