सीएम के हरदा लाठीचार्ज मामले की जांच रिपोर्ट मांगने पर करनी सेना परिवार के अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने मुख्यमंत्री की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा…
माननीय मुख्यमंत्री श्री Dr Mohan Yadav जी महोदय,
सर्वप्रथम, आपके पिता-स्वरूप ससुरजी के निधन पर मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं आपको इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
साथ ही, मैं आपको धन्यवाद देता हूँ कि आपने हरदा छात्रावास प्रकरण पर संज्ञान लिया। यह आपके संवेदनशील नेतृत्व का संकेत है, परंतु मैं विनम्रतापूर्वक यह कहना चाहता हूँ कि केवल जांच रिपोर्ट तलब करना पर्याप्त नहीं है। हरदा की सड़कों से लेकर छात्रावास तक, जहाँ न्याय की उम्मीद की जाती है, वहाँ निर्दोष युवाओं और हरदा के आम नागरिकों को बर्बर लाठीचार्ज का शिकार बनाया गया। वे आज भी भय, अपमान और असुरक्षा के माहौल में हैं।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय,
हम अब सिर्फ़ जांच की प्रतीक्षा में नहीं रह सकते। हमें न्याय चाहिए और वह भी समयबद्ध, निष्पक्ष और साहसी निर्णयों के माध्यम से और मुझे एवं हमारे संगठन के हर एक साथी को आप पर पूर्ण विश्वास है कि जिस प्रकार से आपने इस विषय का संज्ञान लिया है आप शीघ्र ही इसका समाधान भी करेंगे।
हम चाहते हैं:
1. पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच करवाई जाए।
2. जांच पूर्ण होने तक हरदा के पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर एवं संबंधित थाना प्रभारी को प्रशासनिक दायित्वों से हटाया जाए।
3. मुझ पर और मेरे साथियों पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या के प्रयास) के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया जाए।
4. छात्रावास एवं आम नागरिकों के साथ की गई बर्बरता, गाड़ियों को नुकसान एवं शांतिपूर्ण आंदोलन पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
5. संविधान के अनुच्छेद 19(1)(b) के तहत प्रदत्त शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार की रक्षा की जाए।
6. हरदा प्रकरण में जिन निर्दोष व्यक्तियों पर झूठे प्रकरण दर्ज किए गए हैं, उन्हें अविलंब वापस लिया जाए तथा श्री सुनील सिंह राजपूत एवं उनके साथ जिन साथियों को अभी तक पुलिस हिरासत में रखा गया है, उन्हें तुरंत प्रभाव से रिहा किया जाए।
7. जिस प्रकार पुलिस ने हरदा के राजपूत छात्रावास में घुसकर मारपीट की, वह अत्यंत निंदनीय है। भविष्य में देशभर के किसी भी छात्रावास या शैक्षणिक संस्थान में ऐसी कार्रवाई की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
करणी सेना परिवार और प्रदेश के करोड़ों राजपूत समाजजन आज उत्तर की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हमारा विश्वास है कि आप इस मुद्दे को केवल एक प्रशासनिक भूल नहीं, बल्कि एक सामाजिक आघात के रूप में लेंगे और न्यायसंगत निर्णयों से प्रदेश की जनता का भरोसा मजबूत करेंगे।













