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रिश्वत की दूसरी किश्त एक हजार रुपये लेते रंगेहाथों पकड़ाया पटवारी

भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी मुलाजिमों द्वारा रिश्वतखोरी कम होने का नाम नहीं ले रही है । रिश्वत लेने का आलम यह है कि जो काम जिस कर्मचारी का नहीं वो भी दलाली करते हुए तात्कालिक सुख के चक्कर में अपना जीवन बर्बाद कर रहा है । ताजा मामला प्रदेश  के छतरपुर जिले का है जहां एक और पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ सागर लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा है। नामांतरण के बदले पटवारी ने रिश्वत मांगी थी। गौरतलब है कि नामांतरण में पटवारी की भूमिका मात्र भूमि की जानकारी देने की है बाकी का काम तहसीलदार के न्यायालय का है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के धमोरा हल्का में पदस्थ पटवारी अनिल रूसिया के खिलाफ फरियादी रामप्रसाद कुशवाहा ने 20 जून 2025 को सागर लोकायुक्त में शिकायत की थी। शिकायत में फरियादी ने बताया कि उससे जमीन के नामांतरण के बदले में पटवारी अनिल रूसिया ने 4 हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी और सौदा 3500 रूपये में तय हुआ था। जिसमें से 2500 रूपये की पहली किश्त रिश्वत के तौर पर वो पटवारी अनिल रूसिया को दे चुका है

दूसरी किश्त लेते ही पकड़ाया पटवारी

सागर लोकायुक्त टीम ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर फरियादी रामप्रसाद कुशवाहा को रिश्वत के बचे 1 हजार रूपये लेकर पटवारी अनिल रूसिया के पास भेजा। जैसे ही पटवारी ने धमोरा गांव में रिश्वत के रूपये लिए तो सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त डीएसपी संजय जैन व उनकी टीम ने पटवारी को रंगेहाथों पकड़ लिया।

 

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