14 अप्रैल यानी डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती का दिन भी अब भारत के लिए एक ऐतिहासिक और सम्मानजनक अवसर के रूप में दर्ज होगा, क्योंकि इस दिन को केंद्र सरकार ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में देशभर में राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है।
मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा- ‘संविधान के शिल्पकार, समाज में समानता के नए युग की स्थापना करने वाले हमारे बाबा साहेब पूज्य डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर अब राजकीय अवकाश होगा। बाबा साहेब के अनन्य अनुयायी आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेयह निर्णय लेकर राष्ट्र की भावना को सम्मान दिया है।’
सभी सरकारी कार्यालयों में लागू होगा अवकाश
डॉ. भीमराम आंबेडकर को प्यार से बाबासाहेब कहा जाता है, उन्होंने भारत के संविधान को आकार देने के साथ-साथ सामाजिक समानता, दलितों और वंचितों के उत्थान के लिए कड़ा संघर्ष किया। बाबासाहेब की की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाती है, यह सिर्फ उनके योगदान को याद करने का अवसर ही नहीं, बल्कि उनके विचारों को आत्मसात करने और एक समावेशी समाज की दिशा में कदम बढ़ाने का भी प्रतीक है। लेकिन अब ये दिन भारत में ऐतिहासिक और सम्मानजनक अवसर के रूप और भी खास तौर से बनाया जाएगा। जीं हां, इस साल 14 अप्रैल को यह अवकाश देशभर के सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में लागू होगा।
इन जगहों पर भी मान्य होगा अवकाश
जारी ज्ञापन में यूपीएससी, सीवीसी, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, केंद्रीय सूचना आयोग और बाकी महत्वपूर्ण संस्थानों को भी शामिल किया गया है। इसके साथ ही, सार्वजनिक शिकायत और पेंशन मंत्रालय से संबंधित इकाइयों को भी इस अवकाश का पालन करने का निर्देश दिया गया है। इस अवकाश की घोषणा को व्यापक रूप से फैलाया जा रहा है, क्योंकि अवकाश के दौरान, सभी स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।