हरदा (सार्थक जैन/संदीप अग्रवाल)। मध्य प्रदेश के हरदा में एक दोस्त महज चंद रुपए के लिए दोस्त का कातिल बन गया। अपने हिंदू दोस्त को उधारी के रूपये ना देना पड़े इसलिए आरोपी मुस्लिम दोस्त अपने हिंदू दोस्त को शादी के लिए लड़की दिखाने के बहाने सूनसान जगह पर ले गया ओर नशा करके उसने मौका पाकर डंडे से वार कर दोस्त की हत्या कर दी। इतना ही नहीं सबूत छूपाने के लिए आरोपी ने शव को जलाने की भी कोशिश की। गत दिनों रहटगांव थाना क्षेत्र में अधजले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने मामले मे सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि घटना को मृतक के दोस्त ने ही अंजाम दिया था और सारा विवाद पैसों को लेकर था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि बड़झिरी-बोबदा रोड पर 10 अक्टूबर की सुबह एक अधजला शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। सूचना पर थाना प्रभारी मनोज दुबे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मर्ग कायम कर जांच शुरू की। नर्मदापुरम से एफएसएल टीम बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। मृतक की पहचान बिछ्छापुर निवासी दयाराम मौर्य (54) के रूप में हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि उसकी हत्या कर शव को जलाया गया था।
हत्या के मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देशन में एसडीओपी टिमरनी आकांक्षा तलया के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी सलीम उर्फ सल्लाम पिता शब्बीर शाह निवासी लाइन पार टिमरनी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि मृतक से उसका पैसों का लेनदेन था। पैसे लौटाने के दबाव से तंग आकर उसने मृतक को जंगल ले जाकर डंडे से सिर पर वार कर हत्या की और पेट्रोल डालकर शव जला दिया।
बताया जा रहा है कि आरोपी दोस्त आखिरी बार अपने दोस्त को शादी के लिए लड़की दिखाने के बहाने सूनसान जगह पर ले गया था। इसके बाद उसने मौका पाकर डंडे से वार किया। सबूत छूपाने के लिए आरोपी ने शव को जलाने की भी कोशिश की। इस घटना से पता चलता है कि पैसों का विवाद किस तरह दोस्ती जैसे मजबूत रिश्ते को खत्म कर सकता है और आपराधिक घटनाओं को जन्म दे सकता है।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया :
रहटगांव पुलिस ने अपराध क्रमांक 302, धारा 103(1), 238 BNS के तहत मामला दर्ज किया और आरोपी सलीम को गिरफ्तार कर लिया। एसपी हरदा, शशांक ने बताया कि यह हत्या पैसे के लेन-देन को लेकर की गई। पुलिस ने अंधे कत्ल का खुलासा कर अपनी दक्षता का परिचय दिया है ।
अंधे कत्ल के इस खुलासे में एसडीओपी टिमरनी आकांक्षा तलया, थाना प्रभारी रहटगांव मनोज दुबे, उनि अजय रघुवंशी, सउनि ब्रजमोहन सोलंकी, सउनि भूपेंद्र वाडिवा, प्र आर देवेंद्र सूरमा, प्र आर बुदेश जोठे, आर कमलेश परिहार, आर चालक सोनू, आर चालक संजू, आर मुकेश धुर्वे, आर महेंद्र रघुवंशी, आर ब्रजेश चौहान, आर राकेश पटेल एवं कैलाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।











