हरदा। मध्य प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ मध्य प्रदेश ने भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्त्व मैं अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर संजीव कुमार नागु को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते समय भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख जितेंद्र सोनी, जिलाध्यक्ष मुकेश धामन्दे, जिला मंत्री प्रबल पवार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष कविता मरापे उपस्थित हुए। जिला उपध्यक्ष शोभा ठाटे ने ज्ञापन का वाचन किया।
ज्ञापन में निम्न लिखित मांगे रखी –
1- देश में महिला बाल विकास विभाग में कार्यरत सभी ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को एक नीति बनाकर सभी राज्यों में नियमित करते हुये उनका वर्ग निर्धारित किया जाये।
2 – महिला बाल विकास विभाग में कार्यरत सभी ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बहनों को एक न्यूनतम पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि वह सेवा निवृत्त होने के वाद किसी के सहारे न रहे और अपना जीवनयापन कर सकें।
3- ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता जो कि कम से कम 10 बर्ष का अनुभव रखती है और पर्यवेक्षक हेतु सभी अहर्ताएं पूर्ण करती है उनको आयु सीमा का वंधन हटाते हुये पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति दी जाये और यह प्रक्रिया प्रतिवर्ष की जाये परीक्षा नहीं कराई जाये।सभी विभागों की तरह विभागीय पदोन्नति ही की जाये।
4- ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को विभाग के कार्यों के अतिरिक्त किसी भी कार्य में न लगाया जाए और इसका कड़ाई से पालन करायें जाने पर ध्यान दिया जाये क्योंकि अन्य कार्यों में संलग्न होने के कारण ही हमारी विभागीय सेवाएं प्रभावित होती है।खासतौर पर भी.एल.ओ.का कार्य नहीं दिया जाये।
5- सभी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को किसी अन्य विभागों की नियुक्ति परीक्षा में भी अतिरिक्त अंक दिये जाने का प्रावधान किया जाये खाशतोर पर शिक्षा विभाग में
6- मध्यप्रदेश में कम से कम 18 बर्ष से एक ही प्रकार का टी.एच.आर. प्रदान किया जा रहा है जो कि महिलाओं और बच्चों को रूचिकर नहीं लगता वह एक ही तरह के सामग्री से ऊब गये है और वह नवीनता चाहते हैं इसलिए इसमें वदलाव कर कुछ रूचिकर व पोष्टिक आहार दिया जाये
7- पोषण ट्रेकर ऐप में फेस केप्चर के माध्यम से जो टी.एच. आर. वितरण कराया जा रहा है उसमें माता पिता और बच्चे परेशान हो रहे हैं साथ ही नेटवर्क की समस्या के कारण यह कार्य शत-प्रतिशत होने में समस्या आ रही है इसमें सुधार कराया जाये ।
8- मध्यप्रदेश महिला बाल विकास विभाग से जो मोबाइल दिये गये है न तो उनमें अच्छी मेमोरी है न ही वैलेश के लिए समय से राशि दी जाती है कम मानदेय में कार्यकर्ता को अपने पैसे से रिचार्ज कराना पड़ता है और नेट पैक भी डलवाना पढ़ता है। इसकी विभागीय व्यवस्था की जाये।
9- पूर्व में मिले विभागीय मोबाइल खराब हो चुके हैं अतः मोबाइल खरीदने हेतु कार्यकर्ता और सहायिका के खाते में राशि उपलब्ध कराई जाए।
10 -मध्यप्रदेश महिला बाल विकास विभाग जो ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को सेवानिवृत्त होने पर राशि भुगतान करता है वह राशि कार्यकर्ता और सहायिका की सेवाकाल में मृत्यु होने पर परिवार को दी जाये।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका ने कहा कि अनिवार्य रूप से हमारी इन चयनित बिंदुओं के मांगपत्र पर विनम्रता पूर्वक विचार कर पूर्ण करने की कृपा करें। इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका बहने बड़ी संख्या मै उपस्थित रही।











