भोपाल। प्रदेश के जबलपुर में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर बेशकीमती जमीन हड़पने पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने जांच के बाद तहसीलदार और पटवारी सहित 4 आरोपियों पर केस पंजीबद्ध किया है। उक्त मामले में नगर निगम द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र को फर्जी बताने के बाद ईओडब्ल्यू ने कार्यवाही की ।
मामला यह है कि प्रेमनगर निवासी भूपेंद्र ग्रेवाल ने दादा के नाम पर महेशपुर के 3800 वर्गफीट के प्लॉट की फर्जी नामांतरण होने की ईओडब्ल्यू को शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि नामांतरण के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया। इस आधार पर हरचंद्र कैथ के नाम पर प्लॉट दर्ज हो गया। जांच में शिकायत सही मिलने पर गोरखपुर तहसीलदार भरत सोनी, पटवारी शिखा तिवारी, हरचंद कैथ सहित एक अन्य महिला पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, जमीन हड़पने की साजिश और पद के दुरुपयोग का केस दर्ज किया।
ऐसे खुला फर्जीवाड़ा
प्लॉट के पास हरचंद्र कैथ की जमीन है। हड़पने के इरादे से फर्जी दस्तावेज तैयार किए। उसमें भूपेंद्र के दादा अमर सिंह का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाया। इसे निगम के जोन कार्यालय-02 से जारी होना बताया। जांच में निगम ने इसे फर्जी बताया। कहा- इस नंबर पर किसी और व्यक्ति के नाम मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया था।