भोपाल । मध्यप्रदेश में अब ईओडब्ल्यू भ्रष्टाचारियों के लिए काल बन गया है जिसके अच्छे परिणाम सामने आने लगे है पहले अदने कर्मचारियों पर कार्यवाही कर लोकायुक्त वाह वाही लूटती थी अब ईओडब्ल्यू बड़े बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई कर रही है । आज एस.डी.ओ. पीडब्ल्यूडी विजयपुर जिला श्योपुर देवदत्त शर्मा को पच्चीस हजार रूपये की रिश्वत लेते ईओडब्ल्यू ग्वालियर द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है ।
मामला यह है –
दिनांक- 08.03.2025 को शिकायतकर्ता देवेन्द्र धाकड एवं राजपाल धाकड के द्वारा पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू. कार्यालय ग्वालियर को एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की गई। उनकी रामलला कन्स्ट्रक्शन प्रोपरायटर फर्म को ऑनलाईन टेंडर के माध्यम से लोक निर्माण विभाग विजयपुर के रेस्ट हाउस मरम्मत कार्य का टेंडर वर्ष 2024 को मिला था। जो लगभग 06 लाख रुपए का था जिसका सम्पूर्ण कार्य उनके द्वारा फरवरी 2025 में ही पूर्ण कर दिया गया था परन्तु भुगतान के समय एसडीओ लोक निर्माण विभाग विजयपुर देवदत्त शर्मा व उपयंत्री शैलेन्द्र पचौरी द्वारा कार्य का भुगतान कराने के एवज में 40,000 रुपए की रिश्वत मांग रहे है। जिस पर 30,000 रुपए देने पर सहमति बन गई है जिसमें से 5,000 रुपए में दे चुका हूं एवं 25 हजार रुपए दिनांक- 10.03.2025 को दिया जाना है।
उक्त शिकायत पर पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह तोमर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ग्वालियर द्वारा कार्य०निरीक्षक योगेन्द्र दुबे के नेतृत्व में ट्रेप कार्यवाही हेतु टीम का गठन किया गया। जिनके द्वारा दिनांक-10.03.2025 को लोक निर्माण विभाग विजयपुर जिला श्योपुर के एसडीओ देवदत्त शर्मा एवं प्रायवेट इंजीनियर धमेन्द्र गुप्ता को 25,000/- रुपए की रिश्वत लेते हुए उनके निवास शासकीय क्वार्टर नं0 एच-2 से रंगे हाथों पकड़ा गया। जिस पर से अपराध क्रमांक-35 / 2025 धारा-7 भ्रनिअ0 1988 संशोधित अधिनियम 2018 का अपराध दिनांक- 10.03.2025 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।