लापरवाह किसान को पुलिस ने किया गिरफ्तार : खेत में खुला छोड़ा बोरवेल, खेल खेल में बच्ची गिरी
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
भोपाल । मध्यप्रदेश में किसानों की लापरवाही बच्चों पर भारी पड़ रही है कल फिर एक बच्ची किसान की लापरवाही का शिकार हो गई और अपने जीवन मरण के संघर्ष में फसी हुई है। मामला सीहोर जिले के मुंगावली गांव में घटित हुए । जहां एक खेत में बोरवेल में ढाई साल की बालिका सृष्टि गिर गई । पिछले करीब 36 घंटों से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी अब तक सृष्टि को बोरवेल से बाहर नहीं निकाला जा सका है। इसके लिए जहां जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम जुटी हुई थी तो वहीं बुधवार को सुबह से ही सेना ने भी यहां आकर मोर्चा संभाला। इसके बाद भी अब तक सृष्टि को नहीं निकाला जा सका है। अब दिल्ली से रोबोटिक आर्म मंगवाया गया है, साथ ही गुजरात एवं दिल्ली से स्पेशल टीम भी बुलाई गई है। अब रोबोटिक को बोरवेल के अंदर डालकर सृष्टि का पता लगाया जाएगा।
खेत मालिक को हिरासत में लिया-
ग्राम बड़ी मुंगावली के गोपाल कुशवाह ने दो महीने पहले अपने खेत में बोर खनन कराया था, लेकिन पानी नहीं निकलने पर गोपाल कुशवाह ने बोर खुला छोड़ दिया। बोर पर एक तगाड़ी रख दी थी। सृष्टि खेलते हुए उसी तगाड़ी पर जाकर बैठ गई। गाड़ी के तिरछे होने पर वह बोरवेल में गिर गई। इस घटना के बाद बुधवार को पुलिस ने खेत मालिक को हिरासत में ले लिया है। अब पुलिस द्वारा खेत के मालिक गोपाल कुशवाह पर धारा 304 एवं 188 में मामला दर्ज हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो खुले बोर छोड़कर लापरवाही करने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा के तहत ये पहला मामला दर्ज होगा। फिलहाल आरोपी पुलिस हिरासत में है।
100 फीट से नीचे पहुंची सृष्टि-
खुले बोरवेल में गिरी सृष्टि अब 100 फिट से अधिक नीचे चली गई है। रेस्क्यू टीम ने भी 40 फीट से अधिक गहरा गड्ढा खोद दिया है। नीचे पत्थर निकलने की वजह से बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। पत्थर तोड़ने के कारण हो रहे बाईब्रेशन से सृष्टि लगातार नीचे खिसक रही है।
प्रशासन, जनप्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में पहुंचे लोग-
ढाई साल की सृष्टि के बोरवेल में गिरने की सूचना के बाद से ही गाव में जा लगा हुआ है। प्रभारी कलेक्टर, जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित एसपी, एएसपी सहित पुलिस टीम, विधायक, जनप्रतिनिधि एवं आमजन वहां पर बड़ी संख्या में मौजूद हैं। सृष्टि को निकालने के लिए 36 घंटों से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है। अब रोबोटिक आर्म की मदद ली जा रही है।
क्या है रोबोटिक आर्म-
ऑस्ट्रेलिया के सांइटिस्ट्स ने एक नया सॉफ्ट रोबोटिक आर्म बनाया है। इसका उपयोग सीधे ह्यूमन बॉडी के अंदर से 3डी प्रिंट बायोमटेरियल के लिए किया जाता है। ये न्यू रोबोटिक आर्म छोटा होने के साथ-साथ फ्लेक्सिबल भी है। 3डी बायोप्रिंटिंग एक ऐसा प्रोसेस है, जिसमें नेचुरल टीशूज़ जैसे स्ट्रक्चर के निर्माण के लिए बायोइंक से बायोमेडिकल पार्ट्स का निर्माण किया जाता है।