हरदा/हंडिया : नर्मदा घाटों पर आज रात लगेगा भूतों का मेला भूतडी अमावस्या पर नाचेंगे भूत जी यह सही पढ़ा आपने…। प्रतिवर्ष नर्मदा घाट हंडिया और नेमावर में सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या (भूतड़ी अमावस्या) भूतों का मेला लगता है । धार्मिक आस्था का केंद्र नर्मदा नदी पर प्रतिवर्ष भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर भूतों का बड़ा मेला लगता है। भूतड़ी अमावस्या पर नर्मदा नदी किनारे स्थित घाटों पर हजारों दर्शनार्थी स्नान, दान-पुण्य करने आते है। भूतड़ी अमावस्या पर यहां आस्थावानों का हुजूम उमड़ता है। बाहरी बाधा से ग्रस्त लोगों को यहां लाकर स्नान कराए जाने की परंपरा है, जो सिर्फ इसी दिन होती है। कहा जाता है कि इस दिन जिनके शरीर में बाधा है, वह आकर यहां स्नान करें तो शांति मिलती है। यही वजह है कि जब-जब भूतड़ी अमावस्या का योग होता है, तब तब हजारों लोग यहां आकर स्नान करते हैं।
● ढोल की थाप पर ऐसे झूमते हैं देवी-देवता –
कहा जाता है कि कई लोगों को प्रेत बाधा के अलावा शरीर में देवी-देवता भी आते हैं। वे लोग भी नर्मदा नदी के घाट पर आकर स्नान करते हैं। उनके परिवार के लोग ही उन्हें यहां स्नान कराने लाते हैं। जब वे जल में उतरते हैं, तो ढोल की थाप पर उनके शरीर में कंपन होने लगती है, और वे झूमने लगते हैं।
● हाथ में नींबू लगी तलवार से देते हैं आशीर्वाद –
शरीर में आने वाले देवी-देवताओं से आशीर्वाद लेना लोग अच्छा मानते हैं। यही वजह है कि भूतड़ी अमावस्या पर जब उन्हें यहां स्नान कराने के लिए लाया जाता है, तो उनके हाथ में खुली तलवार दे दी जाती है, जिस पर नींबू लगा होता है। ऐसे कंपकंपाते शरीर और ढोल की थाप पर ये लोगों को आशीर्वाद देते हैं।
आज शाम से हि पड़िहार ओर देव धामि वाले श्रृद्धालु नर्मदा घाटों पर एकत्रित होना शुरु हो जायेंगे ओर पूरी रात नर्मदा के घाटों पर देवधामि का दरबार लगेगा । प्रशासन द्वारा इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है । नर्मदा के घाटों पर पटवारी, राजस्व निरीक्षक, पुलिस, एसडीआरएफ ओर कोटवारों कि ड्यूटी लगाकर तैनात किया गया है । नर्मदा नदी के पुल पर आवागमन आज शाम 7 बजे से कल दोपहर 4बजे तक प्रतिबंधित कर दिया है जो कि भीड ओर श्रृद्धालुओं कि संख्या के अनुसार बदला जा सकता है । इस बार घाट पर cctv कैमरे भी लगवायें गये है । सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये जाकर तहसीलदार, नायब तहसीलदार, डिस्टिक कमांडेंट होमगार्ड सहित आलाधिकारी मौके पर उपस्थित है।
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