पूज्य निर्यापक श्रमण मुनिश्री 108 वीरसागर जी महाराज के सानिध्य में
श्री जैन ने बताया कि हम लोगों के परम सौभाग्य है मुनिश्री द्वारा वर्तमान समय में व्यवहारिक जीवन में होने वाली समस्याओं के संदर्भ में भी अपने विचार और मार्गदर्शन करने के अपना समय एवं मार्गदर्शन देने में सतत प्रयासरत रहते हैं । इस अद्भुत मार्गदर्शन का हमें अवश्य लाभ लेना चाहिए ताकि व्यवहारिक जीवन में होने वाली कठिनाई एवं समस्याओं को सरल भाव से एवं धर्मस्त तरीके से उन्हें सुलझा सके।
सिद्धोद्वय सिद्ध क्षेत्र से जुड़े राहुल गंगवाल एवं प्रदीप अजमेरा ने समाज के लोगों से आव्हान करते हुए कहा कि पालक धर्म को प्रैक्टिकल रूप से आवश्यक समझे ओर पैरेंटिग शिविर में भाग लेकर अपने ओर बच्चों के जीवन का उद्धार करें। शिविर कल एक सितम्बर रविवार को दोपहर 1. 30बजे शुरू होगा। शिविर में माता-पिता एवं बच्चों के लिए विशेष एक्टिविटी वर्कशॉप का आयोजन होगा।
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