वन भूमि पर संगठित अवैध कटाई अतिक्रमण उत्खनन परिवहन को संयुक्त प्रयासों से विफल करें – संभागायुक्त
वन चौपाल लगाकर वन ग्रामों की समस्याओं का निराकरण किया जाए
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
नर्मदापुरम । वन विभाग की संभागीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में वन विभाग, पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को संभागायुक्त के जी तिवारी ने बुधवार को निर्देश दिए कि वह संयुक्त रूप से वन भूमि पर हो रहे संगठित अवैध कटाई, वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण, वन भूमि पर हो रहे अवैध उत्खनन, परिवहन को संयुक्त कार्रवाई करते हुए विफल करें।
संभागायुक्त ने कहा कि अवैध कटाई, परिवहन, उत्खनन एवं अतिक्रमण करने वाले अपराधियों के विरुद्ध वन विभाग पुलिस के सहयोग से कठोर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। संभागीय टास्क फोर्स की बैठक में पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली, वन संरक्षक श्री शुक्ला, नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना, बैतूल कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी, हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ गुरु करण सिंह, हरदा एवं बैतूल के पुलिस अधीक्षक एवं वन मंडल अधिकारी मौजूद थे।
संभागीय टास्क फोर्स की बैठक में संभागायुक्त श्री तिवारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह वन ग्रामों में वन चौपाल लगाए। चौपाल में राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे। गांव वालों को समझाइश दे, उनका विश्वास अर्जित करें। इससे वनो में होने वाली कई व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएंगी। वन मंडल अधिकारियों ने बताया कि वनों में दो तरह की चोरी हो रही है एक स्थानीय स्तर पर हो रही है जो ग्रामीण करते हैं, हालांकि इससे वनों की व्यवस्था विशेष खराब नहीं होती लेकिन एक व्यापारिक चोरी है जिससे वन का पूरा तंत्र ही, उसका पूरा स्वरूप बिगड़ रहा है। संभागायुक्त ने उक्त दोनों प्रकार की चोरियों को प्राथमिकता से रोकने के निर्देश दिए।श्री तिवारी ने निर्देश दिए की पुलिस, राजस्व एवं वन विभाग के संयुक्त प्रयास से वन भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को रोका जाए। उन्होंने कहा कि वन ग्राम में आने वाली शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता से किया जाए।
संभागायुक्त ने बैठक में कहां की वन भूमि में जैसे ही अतिक्रमण होता है तो वैसे ही अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए। देर करने पर अतिक्रमण स्थाई रूप ले लेता है। बताया गया कि संयुक्त कार्रवाई करने से वन अपराध को रोकने में मदद मिलेगी। बताया गया कि सोहागपुर के ग्राम खाखरापूरा एवं डागपूरा में बाहर से आए लोग बस गए हैं उन लोगों ने मकान भी बना लिया है। उनके द्वारा सोहागपुर परिक्षेत्र कक्ष क्रमांक 193 में अतिक्रमण के प्रयास किए जाते रहे हैं। वर्ष 2018-19 में बांस का वृक्षारोपण कर अतिक्रमण को रोका गया था लेकिन लोगों ने बांस के पौधों को उखाड़ कर फिर से अतिक्रमण कर लिया है। कक्ष क्रमांक 193 के वन भूमि से अतिक्रमण बेदखल कर विस्थापितों को प्रदाय करने हेतु चर्चा की गई।
बताया गया कि विद्युत एवं वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से गश्त कर विद्युत लाइनों के ट्रैपिग को रोका जा रहा है। वन मंडल अधिकारियों ने बताया कि वन्य प्राणियों को विद्युत करंट से बचाया भी जा रहा है। बताया गया कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में 44 ग्राम है जिनमें 40 राजस्व एवं चार वन ग्राम है। विद्युत सप्लाई खुले तारों से होती है। अपराधियों द्वारा इन खुले तारों में विद्युत तार फसाकर अवैध फंदा लगाया जाता है। जिससे वन प्राणियों के मृत्यु के प्रकरण प्रकाश में आए हैं। इस क्षेत्र में इंसुलेटेड तार की व्यवस्था नहीं हो पाई है। संभागायुक्त ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह इंसुलेटेड विद्युत तार की व्यवस्था सुनिश्चित करें, और विद्युत विभाग के कर्मचारी वन विभाग के कर्मचारियों के साथ संयुक्त गश्ती कर ट्रैपिग स्थल का चिन्हांकन करें। सभी अधिकारी आपस में अपने मोबाइल नंबर साझा करें।
संभागायुक्त ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह वन क्षेत्र से होकर गुजरने वाली विद्युत लाइनों में ट्रिपिंग की जानकारी तत्काल दें। जिससे वन प्राणियों की जान की रक्षा हो सके।
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