राजस्व अधिकारी बताकर डॉक्टरों से रूपये वसूलने वाला निलंबित पटवारी निकला, गिरफ्तार कर जेल भेजा
शिकायत पर खेतिया थाना पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
भोपाल। मध्यप्रदेश में शासकीय कर्मचारीयों के अजब गजब कारनामे सामने आते रहते है, अब एक नये मामले में बड़वानी जिले के एक निलंबित पटवारी ने खुद को राजस्व अधिकारी बताकर डॉक्टरों से वसूली की, डाक्टरों को संदेह होने पर मामले की जानकारी कर पुलिस में शिकायत कर दी जिस पर खेतिया थाना पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
पूरा मामला यह है कि बड़वानी जिले के खेतिया थाना क्षेत्र के ग्राम टेमला में डॉक्टरों से मारपीट कर उनसे अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। डॉक्टरों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेजा। आरोपी निलंबित पटवारी है, कार्य में लापरवाही करने के चलते तीन साल पहले उसे एसडीएम ने निलंबित किया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को ग्राम टेमला में निजी क्लिनिक संचालक डॉ. रविंद्र ठाकुर के यहां निलंबित पटवारी निसार मंसूरी निवासी सेंधवा पहुंचा। उसने खुद को राजस्व अधिकारी बताकर डॉक्टर से डिग्री व पेपर दिखाने को कहा। डॉ. ठाकुर ने उसे आईडी कार्ड दिखाने के लिए कहा। इस पर उसने डॉ. ठाकुर को चांटा मार कर अन्य डॉक्टरों से लाई डिग्री दिखाई। कार्रवाई करने की धमकी – देकर पांच हजार रुपए मांगे। डॉ. ठाकुर -ने घबराकर उसे दो हजार रुपए दिए। निलंबित पटवारी निसार ने ग्राम – मलगांव के डॉ. योगेश बागुल को – बीएमओ का प्रतिनिधि बताकर डिग्री मांगी। कार्रवाई की धमकी देकर उनसे – तीन हजार रुपए वसूले। वहीं डॉ. डब्लू विश्वास को भी डरा धमकाकर 1500 रुपए वसूले। तीनों डॉक्टरों ने जब बीएमओ से जानकारी ली तो पता चला कि संबंधित व्यक्ति ने उनसे अवैध वसूली की। इसके बाद तीनों ने खेतिया थाने पहुंचकर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया वह वरला तहसील में पटवारी था। तीन साल पहले निलंबित कर दिया था। उसके पास कई डॉक्टरों की डिग्री मिली है। संभावना जताई जा रही है कि उसने कई डॉक्टरों को डरा धमका कर उनसे अवैध वसूली की होगी। पुलिस डिग्री व दस्तावेज के आधार पर पूरे मामले की जांच कर रही है। आवश्यकता लगने पर उसका पीआर लेकर पूछताछ की जाएगी।
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