भोपाल।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, एससीआरबी द्वारा वर्ष 2024 के 1 जनवरी से 31 जुलाई तक हुये अपराधों का ब्यौरा दिये जाने पर प्रदेश सरकार से सवाल किया है कि जो आंकड़े एससीआरबी द्वारा जारी किये गये हैं अपराधों के मामले में क्या वह संख्या कम हैं?
श्री पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से प्रतिप्रश्न करते हुए कहा कि वर्ष 2024 में प्रदेश में सात माह में हत्या के 1090, हत्या का प्रयास करने के 968, डकैती के 31, लूट के 618, बलात्कार के 2319, सामूहिक बलात्कार के 132, छेड़छाड़ के 1939, दहेज प्रताड़ना के 2782, नकबजनी के 5581, चोरी के 20407, पाक्सो 2376, महिलाओं के साथ अपराध के मामले में 11941 घटित हुये हैं, वे बतायें कि क्या यह आंकड़ें भी कम हैं?
श्री पटवारी ने कहा कि इतना ही नहीं सात माह में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग पर 3144 अपराधों के साथ 130819 अन्य अपराध प्रदेश में घटित हुये हैं। यानि अपराधों की संख्या सात माह में लाखों पार पहुंचने के बाद भी यह अपराध क्या कम हैं? और यदि कुल अपराधों की संख्या जो 182714 पर सरकार का ध्यान केंद्रित किया जाये तो सात माह में दो लाख के आस पर होने पर क्या यह आंकड़ा कम हैं? उन्होंने कहा कि यह यह आंकड़े तो एनसीआरबी ने जारी किये हैं, यदि सही तथ्य सामने आयेंगे तो यह आंकड़ा तीन लाख के पास पहुंच जायेगा।
श्री पटवारी ने कहा कि भाजपा सरकार में न तो महिलायें सुरक्षित हैं और ना ही बच्चे। इतना ही नहीं अब तो देश सेवा करने वाले सैनिक और उनकी महिला मित्रों तक को नहीं बख्शा जा रहा है। यह प्रदेश जंगलराज की ओर बढ़ रहा है जिसमें अपराधों की कालीछाया के अलावा कुछ नहीं है।
श्री पटवारी ने कहा कि यह प्रदेश अपराधों का गढ़ बन गया है। जहां रोज 18 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के साथ सामूहिक बलात्कार, नकबजनी, छेड़छाड़, चोरी, डकैती, हत्या जैसी घटनाओं का ग्राफ बढ़ा है। कानून व्यवस्था जैसी कोई चीज प्रदेश में बची नहीं है। अपराधी सरेआम अपराध को अंजाम दे रहे हैं और सरकार और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
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