टिमरनी । भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, भाजपा कार्यकर्ताओं के दीपस्तंभ, पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न ‘श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी’ की पुण्यतिथि पर भाजपा कार्यकर्ताओ ने पुष्पसुमन अर्पित किए।
इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा ने कहा कि वाजपेयी जी अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। 13 अक्टूबर 1999 को उन्होंने लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नई गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में भारत के प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया। इसके अलावा विदेश मंत्री, संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने आजादी के बाद भारत की घरेलू और विदेश नीति को आकार देने में एक सक्रिय भूमिका निभाई।
वही नगर परिषद अध्यक्ष देवेंद्र भारद्वाज ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी में कई खूबियां थी। वे अपनी पार्टी का नेता हो या विरोधी पार्टी का, सबको साथ लेकर चलने की खूबी उन्हें दूसरे नेताओं से अलग करती थी। यही कारण था कि उन्हें अजातशत्रु भी कहा जाता था।भाजपा नेता सुनील दुबे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. अटल जी एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति के धनी थे। परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों से बिना डरे वाजपेयी जी के नेतृत्व में भारत ने वर्ष 1998 में राजस्थान के पोखरण में द्वितीय परमाणु परीक्षण किया गया।अटल जी नेहरू व इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी रहे। अटल जी ही पहले विदेशमंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया था।
भाजपा नेता एवं कवि मुकेश शांडिल्य ने अपनी कविताओं के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश डूडी, भाजपा जिला मंत्री गयाप्रसाद पांडे, सुधीर गौर, रवींद्र ठाकुर, अंकित जोशी, ऋषि चंदेल, धीरज गौर जी, पवन चौधरी सहित अन्य उपस्थित रहे।
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