नक्शा तरमीम का साफ्टवेयर विसंगति पूर्ण, अंदाज से बनाना पड़ रहा नक्शा जो किसानों के विवाद का बनेगा कारण
हरदा । मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाये जा रहे राजस्व महाअभियान 2.0 में नक्शा तरमीम में आने वाली व्यवहारिक एवं तकनीकी समस्याओं के साथ ही हरदा जिले में पटवारियों की लंबित समस्याओं के समाधान को लेकर मध्यप्रदेश पटवारी संघ ने आज कलेक्टर के नाम संयुक्त कलेक्टर रजनी वर्मा को ज्ञापन सौंपा गया ।
उक्त जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश पटवारी संघ के प्रदेश संवाद समिति अध्यक्ष राजीव जैन एवं जिलाध्यक्ष अनुराग करोलिया ने बताया कि शासन के आदेशानुसार राजस्व महाभियान 2.0 अंतर्गत नक्शा तरमीम का कार्य प्रचलन में है जिसमे नक्शा तरमीम एवं ईकेवायसी शासन की मंशानुसार समस्त कार्य पटवारियों द्वारा अपनी पूर्ण क्षमता अनुसार संपादित किए जा रहे है, चूंकि हरदा जिला पूर्व से ही अभियानों में निष्ठा से कार्य करके प्रदेश में सम्मानित स्थान पाता है। जो कि हमारे पटवारी साथियों की मेहनत से संभव हो पाता है। हरदा जिला प्रदेश में पहला जिला है जिसमें आबादी सर्वे किया जाकर अधिकार लेख बनाया गया एवं जिसमें गलत या विवादो की संख्या 0.05 प्रतिशत के लगभग ही होगी। यह तभी संभव हो पाया जब तत्समय के अधिकारीगण द्वारा हमारे पटवारियों के कार्यों पर विश्वास कर पर्याप्त समय दिया गया था। परन्तु नक्शा तरमीम के अंतर्गत आने वाली व्यवहारिक समस्याएँ है जिसके कारण नक्शा तरमीम जैसा महत्वपूर्ण कार्य जो हो सकता था उसे पटवारियों द्वारा किया जा चुका है जिसके कारण ही हरदा जिला आज प्रदेश में शुरू के दस नम्बरों में है अब चूंकि तकनीकी समस्या होने ओर साफ्टवेयर में सुविधा नहीं होने के कारण नक्शा तरमीम कार्य किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।उक्त जानकारी अधिकारियों को बताने के बाद भी दबाव बनाकर नक्शा तरमीम करवाई जा रही है जो कि गलत है ।
श्री करोलिया ने बताया कि नक्शा तरमीम का साफ्टवेयर विसंगति पूर्ण होने से अंदाज से नक्शा बनाना पड़ रहा जो किसानों के विवाद का कारण बनेगा ओर पटवारियों को न्यायालय के चक्कर लगाना पड़ेगा। इसके लिए पटवारियों पर दबाव नहीं बनाया जाये। नक्शा राजस्व विभाग का मूल अभिलेख है तथा आगामी समय में सीमांकन और जमीन की रजिस्ट्री, बंटवारा इन्ही वेबजीआईएस साफ्टवेयर के काटे जा रहे नक्शों के अनुसार होना है जिससे कब्जे और नक्शे अनुसार मौके के बताने में शत-प्रतिशत समस्या आयेगी। चूंकि उक्त कार्य पटवारी आई डी से किये जा रहे है। जमीन विवाद बढेगे, किसान परेशान होंगे और इन विवादों के लिए पटवारियों को ही दोषी ठहराया जाएगा। इसलिए जिले की परिस्थितियों को और आगामी समय में आने वाली समस्याओं को देखते हुए इस कार्य को करने में जो समस्या हो रही है एवं वर्तमान में वर्षा काल का समय चल रहा है। जिसके चलते मौका का निरीक्षण करना एवं हर खेत में पहुँचने का रास्ता भी नही है। बगैर मौका देखे अगर बटांकन किया गया तो भविष्य में शिकायते होगी। जिसमें पटवारी को अकारण ही दोषी बनना पड़ेगा। इसके साथ ही पटवारीयों ने अपने वेतन, भत्तों सहीत लंबित समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग प्रमुखता से रखी गई ।
उक्त ज्ञापन सौपने के पूर्व जिले के पटवारियों ने गुप्तेश्वर मंदिर में बैठक आयोजित कर सभी पटवारियों की समस्या को समझा। इस दौरान जिले की सभी छ: तहसीलों से उपस्थित हुए पटवारियों ने अपनी समस्याओं से संघ को अवगत कराया ।
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