भोपाल। मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की कार्यवाही में आज दो विभिन्न जिलों में लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप कार्यवाही करते हुए पटवारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । जहां इंदौर जिले में पटवारी को नक्शा तरमीम के लिए दस हजार रुपए लेते हुए पकड़ा वहीं नरसिंहपुर जिले में हकत्याग बैनामा कै नामांतरण कै मामले में पटवारी को चार हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है ।
इंदौर के देपालपुर तहसील के पटवारी अनिल सिसोदिया को ग्राम फूलान में 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा। बताया जाता है कि सिसोदिया ने एक किसान से नक्शा तरमीम के लिए 20,000 रुपये की मांग की थी, जिसमें किसान ने पहले 10,000 रुपये दिए थे और शेष 10,000 रुपये लेते हुए पकड़ा गया। लोकायुक्त की टीम ने शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई की, जिससे क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश गया है। पटवारी के खिलाफ आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। नागरिकों से भ्रष्टाचार की शिकायत करने की अपील भी की गई है।
नरसिंहपुर में लोकायुक्त कार्यवाही में आरोपी पटवारी घनश्याम सिंगरोले पिता चुन्नीलाल सिंगरोले उम्र 36 वर्ष पटवारी ह न 128 तह कार्यालय गाडरवाड़ा जिला नरसिंहपुर बहनों के हकत्याग कै मामले में चार हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक इंद्र कुमार मालवीय पिता धर्मदास मालवी उम्र 35 वर्ष ग्राम लिलवानी गाडरवारा जिला नरसिंहपुर द्वारा पैतृक संपत्ति का परिवार के सदस्यों के लिए हक त्याग किया गया था। जिसका बैनामा पास करने के एवज में पटवारी घनश्याम सिंगरौले के द्वारा ₹5000 की रिश्वत मांग की जा रही थी जिसे आज ₹4000 रुपए रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त जबलपुर की टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ा गया । टीम में उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुरेखा परमार, इंस्पेक्टर रेखा प्रजापति, इंस्पेक्टर भूपेंद्र कुमार दीवान, एवं 4 अन्य सदस्य शामिल रहे। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।
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